Electric Bike vs Petrol Bike I इलेक्ट्रिक बाइक या पेट्रोल बाइक – कौन सा बेहतर है 2022 में ? Advantage , Benefits, Full Comparison,Range,Price और Running Cost

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अब इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Bikes) का दौर में सबसे बड़ा कंफ्यूजन  यह है कि हम कौन सा बाइक , स्कूटर या कार ले I इलेक्ट्रिक वाले पेट्रोल वाली या फिर कार  के segment  में   डीजल बाली ले ? आज की डेट में कोई भी गाड़ी खरीदने से पहले,  हमें यह देख लेना चाहिए की कौन सी version  बेहतर है I

इस आर्टिकल के कुछ factors  के मदद से ,  आज हम यह जानने की कोशिश करेंगे की कौन सा बेहतर है – Electric Bike vs Petrol Bike – इलेक्ट्रिक बाइक या पेट्रोल बाइक ?

इलेक्ट्रिक बाइक या पेट्रोल बाइक - electric bike vs petrol bike - electric bike ya petrol bike
Electric Bike vs Petrol Bike

Electric Bike vs Petrol Bike – इलेक्ट्रिक बाइक या पेट्रोल बाइक – कौन सा बेहतर है ?

इलेक्ट्रिक बाइक और पेट्रोल बाइक के अपने अपने advantage और अपने अपने Disadvantages हैं I लेकिन इन दोनों में से बेहतर कौन सा है। इलेक्ट्रिक बाइक (Electric Bike)  Or  पेट्रोल बाइक (Petrol Bike) I

 तो आज हम बात करेंगे इसी टॉपिक के ऊपर और जानेंगे  कि इलेक्ट्रिक बाइक ज्यादा बेहतर है या पेट्रोल बाइक I

आज हम इन दोनों बाइक्स को पांच पॉइंट्स (Points) में कवर करेंगे।

  1. रनिंग कॉस्ट फैक्टर (Running Cost)
  2.  प्राइस फैक्टर (Price)
  3.  रेंज फैक्टर (Range)
  4. मेनटेनेंस फैक्टर (Maintenance)
  5.  एनवायरमेंट फैक्टर (Environment Factor)

Electric Bike ,स्कूटर या फिर कार तीनों का ही क्रेज काफी ज्यादा बढ़ा raha है। Because ,Government और मैन्युफैक्चरर्स , Environment के फैक्टर को ध्यान में रखते हुए , इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को ज्यादा प्रमोट कर रहे he I Government इसमें आपको सब्सिडी (FAME 2) भी प्रोवाइड करता है ,और उसी के साथ साथ , ना तो आपको इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के कोई भी रोड टैक्स देना पड़ता है और ना ही कोई रजिस्ट्रेशन फीस।

अब यहां तो हमें लेने से पहले ही फायदा dikh raha he I Because सब्सिडी भी मिल रही है। काफी चीजें माफ भी होगी I लेकिन हम इसको देखेंगे और देखेंगे कि कौनसी बाइक किसके लिए ज्यादा बढ़िया है।

वैसे तो आप सभी लोगों को पता ही होगा , इलेक्ट्रिक बाइक चलती है लीथियम आयन बैटरी (Lithium Ion Battery) ke uper, जो ऐसे रिचार्जेबल बैटरी (rechargable Battery) होती है , जो आपके फोन और लैपटॉप्स में लगी होती है , उनके ऊपर चलती हैं I और उनको चलाने के लिए आपको चाहिए होती है इलेक्ट्रिसिटी I

यानि Electric Bike चलती है Electricity pe I लेकिन और उसके बाद में अगर आप पेट्रोल बाइक्स की बात करें तो पेट्रोल बाइक चलती है आसीइ टेक्नोलॉजी पे (ICE) Iयानिकि Internal Combustion Engine Tecnology पे I जिसमें आपका पेट्रोल जाता है इंजन के अंदर , वैसे Burn होता हे और कार्बन डाई ऑक्साइड (Carbon dioxide) निकालता हे और आपका बाइक भागती है I

तो ये तो Basic हो गए , अब चलते हैं हम अपने पहले Factor के ऊपर , जो है रनिंग कॉस्ट (Running Cost)।

1.रनिंग कॉस्ट फैक्टर (Running Cost)

Electric Bike vs Petrol Bike :रनिंग कॉस्ट का मतलब होता है कि कितना देती है I और यह एक ऐसा फैक्टर है जहां पर कोई भी पेट्रोल बाइक सदियों सदियों तक Electric Bike का कम्पैरिजन (Comparision) नहीं कर सकती। अब इसे ध्यान से समझें।

मान लीजिए कि हमें 80 किलोमीटर चलना है I तो एक लीटर पेट्रोल आता है 100 Rupaye ka जिसमें एक पेट्रोल एक नॉर्मल आदर्श पेट्रोल वाली जो बाइक होती है वो 40 किलोमीटर पर लीटर का average देती है I यानी कि अगर हमें 80 किलोमीटर चलना है , तो Rs.100 X 2 = Rs.200 Rupaye हैं I तो कोई भी पेट्रोल बाइक चलती है 200 रुपये में 80 किलोमीटर।

अब वही अगर हम Electric Bike की बात करें , तो एक सिंगल चार्ज (Charge) होने में इनको दो से तीन घंटा लगता है I और एक Complete चार्ज होने के बाद ,80 से सौ किलोमीटर तक चलती है।

Hum इसे 80 किलोमीटर मान लेते हे ,एक single charge में I जिसमें लगते हैं दो से लेकर के चार यूनिट maximum I मान लेते हैं कि 5 रुपये पर यूनिट के हिसाब से चार यूनिट लगे , एक बाइक को सिंगल चार्ज होने में I जबकि उससे कम ही लगते हैं I

तो आपका total खर्च Rs.5 X 4 Unit =Rs. 20 रुपये।

अब आप खुद देख रहे कि , एक Same बाइक , जैसे पेट्रोल वाली बाइक he jo 80 किलोमीटर चल रही है , दो सौ रुपये (Rs.200) में I और वहीं एक सिंगल चार्ज करने पे , एक आपका इलेक्ट्रिक बाइक चल रही है सिर्फ और सिर्फ 20 रुपये में।

यानि कि बड़ा 10 गुना difference he — 10 गुना ज्यादा है पेट्रोल bike किसी भी इलेक्ट्रिक bike के कंपैरिजन में I

तो ये एक ऐसा फैक्टर है , जिसमें अगर पेट्रोल बाइक्स बहुत ज्यादा तरक्की भी कर लेते हैं, तब भी वो इलेक्ट्रिक बाइक्स के या फिर कोई भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के रनिंग कॉस्ट को कभी भी बीट नहीं कर पाएंगे I Because उसका Factor है Oil I

आयल के rates को कंट्रोल करें नहीं जा सकते I वो तो Internationally फ्लक्चुएशन होते हैं I तो जब तक ऑयल के price नीचे नहीं आएंगे तब तक आपकी रनिंग कॉस्ट कम नहीं हो सकती I तो रनिंग कॉस्ट के मामले में Electric Bike , पेट्रोल बाइक से ज्यादा efficient रहेगा I

लेकिन अभी के लिए ये point जाता है हमारे electric bike को – Electric bike Vs Petrol Bike में I

 2.प्राइस फैक्टर (Price)

Electric Bike vs Petrol Bike: अब Electric Bike ,चाहे जितनी भी ज्यादा अच्छी हो, चाहे जितनी भी ज्यादा अडवांस हों ,चाहे जितनी भी ज्यादा सब्सिडी प्रोवाइड karle , lekin कोई भी Electric Bike का जो कॉस्ट है वो किसी भी पेट्रोल व्हीकल के कंपैरिजन में काफी ज्यादा होता है।

अब इसे assume karo ki , agar aap ek नॉर्मल बाइक लेने के लिए ja rahe हो तो ,आप एक डेढ़ लाख रुपए में अच्छी ढंग की पावरफुल बाइक ले सकते हो। But अगर आप कोई ढंग की पावरफुल बाइक Electric Bike में लेना चाहते ho ,jahan pe aap को ठीक ठाक पावर भी मिल जाए। For Example – अल्ट्रा वॉयलेट F77 , तो वही same bike आपको दुगने प्राइस पर मिलेगी I

यानि कि तीन लाख रुपए की iske एक्स शोरूम प्राइस he — जिसकी yesi स्पीड भी है aur फास्ट बाइक bhi he I तो same पावर वाली बाइक आपको काफी ज्यादा yaniki just डबल रेट पेमेंट रही है I

और यही same chij , स्कूटर्स और कार के साथ भी है I तो ये actually इतनी महंगी है क्यों ? kyuin ki , इसके अंदर जो लीथियम आयन बैटरी लगी है , वो इन बाइक्स या कार या इन स्कूटर्स का सबसे ज्यादा एक्सपेंसिव hisa (Expenseve Component) होता है। ये इनके 60% कॉस्ट (cost) को कवर कर देता he I यानी की sirf aap की बैटरी का कॉस्ट hi 60% ho raha he I

In short , जो हमारी Electric Bike है वो अपनी पार्टी की वजह से ही ज्यादा महंगी है। अब वही अगर आपको पेट्रोल बाइक लेने के लिए जाएं तो , 40 50 हजार में से आपकी बाइक शुरू हो जाएगी और जैसे जैसे आप पावर बढ़ाते जाएंगे वैसे वैसे प्राइस बढ़ते जाएंगे।

लेकिन same पावर को अगर आप कभी भी किसी इलेक्ट्रिक व्हीकल के साथ compare करोगे तो Electric Bike की कॉस्टिंग हमेशा ज्यादा होगी अपनी बैटरी की वजह से I आपको पता है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में major price , बैटरी का जाता he I

तो जब हमारी बैटरीज नयी नयी आने लगेंगी , जबसे इसको पर एक्सपेरिमेंट (Experiment) होंगे और नई और ज्यादा affordable बैटरीज बनेगी तब जाकर के कहीं न कहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल जो हैं उनकी pricing में कमी आएगी I

और bhabisya me जब कुछ सालों में हमारी टेक्नोलॉजी और भी ज्यादा बढ़िया हो जाएगी। जब हमारे पास ऐसा infrastructure होगा कि हम इसलिए अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज कर सकें और कहीं भी ले जा सकें तब कहीं जाकर के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स से वो पेट्रोल वेहिकल्स के साथ कंपीट कर पाएंगी , इस पॉइंट में I लेकिन अभी के लिए ये point जाता है हमारे petrol bike को – Electric bike Vs Petrol Bike में I

3.रेंज फैक्टर (Range)

Electric Bike vs Petrol Bike: अब बात करते हैं रेंज फैक्टर के बारे में। तो किसी भी petrol bike को आप बहुत easily पांच मिनट में refuel करा सकते हो , अगर उसका पेट्रोल खत्म हो जाए तो I और बहुत आराम से फिर चला सकते ho I

और in case , agar फिर से खतम हो जाए , to aap फिर से पांच मिनट में इसका पेट्रोल bhara sakte ho ta ki फिर से अपनी गाड़ी chal padegi। मतलब रुकेगी नहीं I कोई inconvinence है नहीं ज्यादा I ज्यादा से ज्यादा aap का पांच मिनट का टाइम जाएगा और उसके बाद अपना टैंक फुल करके aap आराम से अपनी बाइक को चला सकते ho , वो bhi काफी सारे किलोमीटर I

तो बेसिकली पेट्रोल में कोई रेंज की प्रॉब्लम होती नहीं I आप उसको maintain रखो बढ़िया I हमारी desh में हर 500 मीटर के ya एक किलोमीटर के बाद आपको पेट्रोल pumps मिल जाते हैं I तो इस matter में , ये पेट्रोल बाइक काफी ज्यादा convinent है I

अब वहीं अगर , हम Electric Bike के बारे में बात करें , तो कोई भी ऐसे रीचार्ज स्टेशन्स he nehin I और अगर रीचार्ज स्टेशन्स होते bhi na , तब भी आपको 5 मिनट नहीं लगते उसे रिफिल कराने में I तो जैसे कि आप पैट्रोल बाइक्स को 5 मिनट में आराम से रीफिल कराकर ke phir se से अपनी journey में निकल सकते हो या अपनी journey continue कर सकते हो। वहीं पर अगर आपको को एकल को चार्ज करना है तो , आपको कम से कम , 3 से 4 घंटे लगेंगे I

और अगर आपको कोई फास्ट चार्जिंग का ऑप्शन भी मिल जाता है तब भी आपको डेढ़ से दो घंटा तो lagna hi he I

एक सिंगल चार्ज me Revolt RV400 he , वो 100 se 150 किलोमीटर चलने के लिए iske company बोलती है I तो ye बहुत ही ज्यादा economical aur बहुत ही ज्यादा इको फ्रेंडली (eco friendly) है I Iski रनिंग कॉस्ट काफी ज्यादा kam bhi he I

Iski सब कुछ बहुत hi बढ़िया है लेकिन एक बार सौ डेढ़ सौ किलोमीटर चलने के बाद , वो पांच मिनट में कभी भी re-fuel nahin ho payegi I उसके लिए आपको Kam se kam डेढ़ से दो घंटे लगेंगे जबकि इस बाइक में आपको फास्ट चार्जिंग का ऑप्शन (option) भी मिलता है I

तो ऐसी बाइक को ले kar ke कभी भी कोई लॉन्ग जर्नी पर नहीं जा सकते I ये बहुत ही ज्यादा इम्पॉर्टेंट फैक्टर है , जिसकी वजह से लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लेना स्किप (skip) karte he aur avoid bhi करते हैं I Kounki उनको इतनी ज्यादा inconvinence पसंद नहीं आती है।

तो अभी तो ये पॉइंट जाता है हमारा पैट्रोल व्हीकल्स को I पर जिस तरह से Electric Bike की growth हो रही है, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को जिस तरह से प्रमोट करने की कोशिश करी जा रही है , उस तरह से कुछ सालों में आपको इन सब तरह की कोई भी कमी महसूस नहीं होगी I

आपको हमारे रोड पे रीचार्ज स्टेशन मिलेंगे और टेक्नोलॉजी को और बढ़ने से हमें और भी ज्यादा फास्ट चार्जिंग के ऑप्शन भी मिल जाएंगे I

Kyoun Ki कि हमने कभी सोचा था कि ,कोई ऐसी इलेक्ट्रिक बाइक होगी जो वर्ल्ड की नंबर की फास्टेस्ट बाइक होगी ?

नहीं ना।

लेकिन है , LS 218, जो कि एक अमेरिकी मैन्युफैक्चरर ने बनाई है I उसकी जो top स्पीड है वो 351 किलोमीटर ki he I तो इस सेंस में आप देखो कि किस तरह से इतनी ज्यादा तरक्की हो रही है। ज्यादा ग्रोथ और ये तो आने वाले कुछ साल में ये सारी प्रॉब्लम भी solve हो जाएंगी I

4. मेनटेनेंस फैक्टर (Maintenance Factor)

Electric Bike vs Petrol Bike: अब ये बहुत ही ज्यादा important फैक्टर है I जिसमें लोगों का काफी ज्यादा टाइम जाता है I पहले पेट्रोल बाइक्स के बारे में बात करते हैं I

पेट्रोल बाइक के अंदर बहुत सारे एलिमेंट (elements) होते he I Jeise ki इंजन ke sath sath aur kai sare parts होते हैं। काफी सारी चीजों ko lekar ise बनाई गई होती है I तो उन सारी चीजों को टाइमली सर्विसिंग (Servicing) चाहिए होती है I

पेट्रोल बाइक के अंदर बहुत सारे एलिमेंट (elements) होते he I Jeise ki इंजन ke sath sath aur kai sare parts होते हैं। काफी सारी चीजों ko lekar ise बनाई गई होती है I तो उन सारी चीजों को टाइमली सर्विसिंग (Servicing) चाहिए होती है I

जैसे कि आप ko ऑयल चेंज करना होता है , फिल्टर साफ करना होता ,अपना carborator का कचरा साफ करना होता हैI इसी reason की वजह से लोगों ke काफी ज्यादा पैसा और काफी ज्यादा टाइम जाता है अपने पेट्रोल व्हीकल्स को maintain कराने में I

और कहीं अगर आपने अपनी बाइक को मेंटेन नहीं कराया , तो वो आपको खराब tarah se response देने लगेगी I एक टाइम के बाद जा करके उसका इंजन सीज हो जाएगा।

लेकिन इलेक्ट्रिक बाइक्स में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। Electric Bikes ka जो मेंटेनेंस Maintainance he वो almost जीरो है। इसमें सिर्फ एक ही चीज है जिसको आपको मेंटेन करना है , और वो है इसकी बैटरी I

और ये बैटरी आती है आपकी 5 से 6 साल की वॉरंटी (warrenty) के साथ I मतलब एक इंसान 5 से 6 साल से ज्यादा बाइक कहां रखता है I तो समझो lo ki iski कोई maintainance है नहीं I बस आप उसको regularly चार्ज करो , थोड़ा सा पानी से बचा ले जाओ, और ये बैटरी आराम से चलती rahegi I

उसके बाद एक छोटा सा और आपको काम कराना पड़ेगा I अगर आपne 30 40 हजार किलोमीटर अपनी बाइक चला डालि he तो आप उसके टायर भी चेंज करा सकते हो I Ye electric bike ya petrol bike – sbhi me hoga I iske ilaba एक और इलेक्ट्रिक बाइक में ये है कि जो इनके पार्ट से या भी बहुत ही ज्यादा easily availaible nahin he sara bharat me I

ये आपको selected डीलर्स , उनके पास ही आपको पार्ट देखने को मिलेंगे। ये अभी हर जगह available इतनी ज्यादा easily नहीं है जैसे कि Electric बाइक के पार्ट्स available he I

किसी भी दुकान में jao की मां से एक सेकंड में मिल जाएगा I अगर उसे नहीं भी पता होगा tab bhi उसे पता hoga ye parts kahan pe milegi I Aur bo aap ko lakar bhi de dega I लेकिन अभी ये इलेक्ट्रिक व्हीकल के साथ नहीं है , lekin तब भी ये पॉइंट जाता है इलेक्ट्रिक बाइक्स को I

5. इनवायरमेंट फैक्टर : Environment Factor

Electric Bike vs Petrol Bike: जो hamari पेट्रोल बाइक होती हैं वो ICE – Internal Combustion इंजन टेक्नोलॉजी पर चलती हैं I जिसमें उनमें पेट्रोल जाता है , वो बर्न होता है , और कार्बन डायऑक्साइड (Carbon dioxide (CO2) निकलता है I

और हम सब लोगों को बताएं कि कार्बन डाय ऑक्साइड हमारे इनवायरमेंट के लिए कितना ज्यादा खतरनाक है I वो हमारे इन्वायरमेंट को तो हार्म कर ta hi करता है और जो हमारी air index quality होती है , उसको भी काफी ज्यादा ghatati है I

और आज के टाइम में आपको पता है कि हमारा एक क्वॉलिटी इंडेक्स स्पेशली Delhi का कितना ही ज्यादा गिरा हुआ है I और इसका जो मेजर reasons है – वो है थोड़ी सी इंडस्ट्रीज , और हमारे इतने सारी गाड़ियां – पेट्रोल की गाड़ियां डीजल की गाड़ियां Iअब industries तो रुकने वाली हैं नहीं I समझे वो तेल जलाती रहेंगी और ऐसे धुआं निकालती रहेंगी I

Lekin हम और आप एक दूसरे को रोक सकते हैं थोड़ा सा एनवायरमेंट के प्रति और भी ज्यादा जागरूक हो सकते हैं , थोड़ा सा खयाल रख सकते हैं अपने एनवायरमेंट का। अब वहीं अगर हम इलेक्ट्रिक बाइक्स की बात करें तो इलेक्ट्रिक के अंदर कोई भी धुआं नहीं निकलता है I ये इलेक्ट्रिसिटी से चलती है।

बहुत ही ज्यादा एनवायरमेंट फ्रेंडली bikes है Iऔर ये बहुत ही ज्यादा मेजर reasons है जिसे इसको nationally और internationally बहुत सारी companies के थ्रू भी प्रमोट किया जा रहा है। Kyun Ki हमारा climate अभी बहुत ही ज्यादा खराप condition में है I हम लोगों को इसकी ज्यादा जरूरत है I हमलोग एक अच्छी air की ज्यादा जरूरत है I

अगर हम environment से कुछ लेना चाहते हैं ,तो हमें use kuchh देना भी पड़ेगा I हमें करना पड़ेगा sacrifice अपने पेट्रोल और डीजल heads ko I

आज के तारीख में पर्यावरण का प्रदूषण कितना बढ़ गया है की बाहरी दुनिया में सांस लेना मुश्किल हो जा रहा है I इसके वजह से आजकल मार्केट में एयर प्यूरीफायर (Air Purifier)  भी बिकने लगे हैं I

इस प्रदूषण की वजह से तरह-तरह का बीमारी  फैलने लगा है I हमने ही पर्यावरण को बिगाड़ा है अपने फायदे के लिए , और हमको ही सुधार कर देना है अपने आने वाली पीढ़ियों को I

 अब इस संदर्भ में, हमारा यह जिम्मेदारी बन जाता है की हम अपने पर्यावरण को फिर से ग्रीन जोन में कैसे बदले I यह एक सकारात्मक  सोच है की हम इलेक्ट्रिक व्हीकल यानी कि electric bike , Electric Bike या फिर या फिर इलेक्ट्रिक कार  के तरफ अपना कदम बढ़ाए I

भले ही Electric Bikes आज के तारीख में  काफी महंगे हैं  लेकिन जैसे जैसे समय बीत जाएगा , और नए नए तकनीक आने लगेंगे, धीरे-धीरे करके इलेक्ट्रिक गाड़ियों का कीमत भी घटेंगे आने वाले समय में I

 Conclusion

Electric Bike vs Petrol Bike: तो यह अपने आप पर निर्भर करता है कि हम किस नजर से  इस बदलते तकनीक को देखते हैं I एक पॉजिटिव mindset  के साथ हमें  इलेक्ट्रिक गाड़ियों को   अपनाना पड़ेगा I  भारत सरकार औरबड़े-बड़े  कंपनियां इलेक्ट्रिक क्रांति में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं I 

भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों  का सेल बढ़ाने के लिए  FAME 2  सब्सिडी का भी प्रावधान रखा है I इसके चलते  काफी सारे  इलेक्ट्रिक Vehicles (EV) दाम में कटौती हुई है I

FAME 2 Subsidy क्या है और इसके चलते कौनसे-कौनसे इलेक्ट्रिक बाइक स्कूटर कारों के दाम में कटौती हुई है, यह जानने के लिए आप हमारे इस वेबसाइट का दूसरे आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं I

उम्मीद करता हूं कि electric bike Vs petrol bike के संदर्भ में लिखी गई इस आर्टिकल , आपको Electric Bike या  पेट्रोल बाइक खरीदने में आपका सहयोग करेगा I

FAQs

Q.1 क्या इलेक्ट्रिक बाइक खरीदने लायक है ?

Ans . एक Electric Bike निश्चित रूप से एक महान निवेश है न कि केवल पर्यावरणीय कारणों से। इलेक्ट्रिक-बाइक की सवारी करना आसान है और लंबे समय में बढ़िया मूल्य प्रदान करता है।


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